बिहार की सियासत में जारी है पोस्टर वॉर, पोस्टर के जरिये अपनी बात कहने की होड़ मची हुय़ी है। बिहार के सियासत की दो प्रमुख पार्टी जेडीयू-आरजेडी पोस्टर के जरिए एक-दूसरे के कार्यकाल के समय हुए कार्यों की समीक्षा करने को लेकर प्रतिद्वदी बनता जा रहा है। आरजेडी ने निर्णय किया है कि उन्नीस जनवरी यानि रविवार को बनने वाले मानव श्रृंखला का वह बहिष्कार करेगा।
इसके जवाब में अब जेडीयू ने दो पोस्टर जारी कर आरजेडी शासन काल की तुलना जेडीयू के शासन काल से की है। यह पोस्टर इसलिए भी खास है कि ये आरजेडी सुप्रिमों लालू प्रसाद यादव के पुश्तैनी गांव और ससुराल में सीएम नीतीश कुमार के कार्यकाल में जो विकास हुआ है। इस पोस्टर में उन्हीं विकास के कार्यों का हवाला दे कर जदयू ने तंज कसा गया है।
लालटेन बनाम बिजली
जदयू द्वारा जारी पहले पोस्टर वॉर में ‘लालटेन युग से बिजली युग’ को थीम बनाया गया है। इस पोस्टर में जिस जगह की बात की गयी है, वह सेलरकला गांव है। बता दें कि सेलरकला गांव में ही आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव का ससुराल है। इसमें बिजली की उपलब्धता 22 से 23 घंटा दिखाई गई है और बिजली उपभोक्ता की संख्या के साथ ही वहां लगाए गए बिजली के तार और खर्च की गई रकम के बारे में भी बताया गया है। पोस्टर में मोटे अक्षरों में लिखा गया है कि लालू जी के ससुराल व राबड़ी जी का नैहर सेलरकला, सीएम नीतीश कुमार के कार्यकाल में हुए विकास की कहानी कह रहा है।
इसी तरह दूसरा पोस्टर भी जारी किया गया है जिसमें लालू यादव के पैतृक गांव फुलवरिया में बिजली की उपलब्धता के साथ उपभोक्ताओं की संख्या और उसपर आई लागत के बारे में लिखा गया है। इसमें पोस्टर में लालू यादव को कैदी संख्या 3351 बताते हुए लिखा गया है कि लालू जी के पैतृक गांव फुलवरिया कह रहा बिहार के विकास की कहानी।
झूठ की टोकरी, घोटालों का धंधा
विदित हो कि हाल में ही जेडीयू द्वारा लालू-राबड़ी के 15 साल के शासन का हिसाब मांगते हुए एक पोस्टर जारी किया गया था। जेडीयू द्वारा जारी इस पोस्टर के जवाब में आरजेडी ने भी पोस्टर जारी किया था। राजद द्वारा जारी इस पोस्टर में केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा गया था। इस पोस्टर की खासियत यह है कि राजद का जवाबी पोस्टर किसी नेता-कार्यकर्ता का नहीं बल्कि पार्टी का अधिकृत पोस्टर था।
गौरतलब है कि राजद के शासनकाल पर तंज कसते हुए जेडीयू ने अपने पोस्टर वॉर में ‘हिसाब दो-हिसाब लो’ लिखा था। इसके जवाबी पोस्टर में आरजेडी ने ‘झूठ की टोकरी, घोटालों का धंधा’ लिखा था। आरजेडी ने पोस्टर में राज्य के साथ ही केंद्र सरकार को भी आड़े हाथों लिया, और देश में महंगाई होने का दावा करते हुए पार्टी द्वारा राफेल खरीद पर सवाल उठाने के साथ ही नीरव मोदी, ललित मोदी, विजय माल्या के देश छोड़कर भागने पर तंज कसा था।