अगले महीने दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने है ऐसे से सभी दल अपने अपने उम्मीदवार उतारने को उत्सुक लग रहे हैं। वहीँ महागठबंधन के दल कांग्रेस और राजद का दिल्ली विधानसभा में गठबंधन तय हो गया हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने गठबंधन के तहत राजद को चार सीटें दी हैं। हालांकि पांचवी सीट के लिए भी राजद मांग कर रहा है। उम्मीद है कि बात बन जाएगी। जिन चार सीटें राजद की झोली में आई हैं, उनमें बुराड़ी, पालम, करावल एवं उत्तम नगर है। पांचवी सीट तिमारपुर है, जिसपर राजद की तरफ से दावेदारी की जा रही है।
पहली बार दिल्ली में गठबंधन
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने दावा किया कि चार सीटों पर कांग्रेस ने सहमति दे दी है, लेकिन जनाधार के आधार पर हमारा दावा तिमारपुर सीट पर भी है। यह इलाका दिल्ली विश्वविद्यालय के आसपास का है और यहां राजद ने काफी काम किया है। राजद को उम्मीद है कि पांचवी सीट पर भी बात बन जाएगी। दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली बार राजद किसी दल के साथ गठबंधन करके लड़ने जा रहा है। इसके पहले दो अलग-अलग चुनावों में राजद के खाते में दो जीत आ चुकी है। किंतु तालमेल किसी से नहीं हुआ था।
पहले भी जीत चूका हैं राजद
2009 में राजद के टिकट पर ओखला से आसिफ मुहम्मद खान ने जीत दर्ज की थी। हालांकि बाद में वह भी कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसी तरह मटिया महल विधानसभा क्षेत्र से भी शोएब इकबाल नब्बे के दशक में जनता दल के टिकट पर जीत चुके हैं। हालांकि शोएब उसी सीट से जदयू और लोजपा के टिकट पर भी विधायक चुने जा चुके हैं। झारखंड में बेहतर तालमेल के साथ भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के बाद राजद-कांग्रेस ने सबक लिया है। दोनों दिल्ली में भी आपसी सहयोग और समझ के साथ मैदान में जाना चाहते हैं।
आपको बताते चलें की दिल्ली में बिहार और पूर्वाचल के मतदाताओं की अच्छी संख्या है। राजद इसी आधार पर कांग्रेस से कम से कम दस सीटों की मांग कर रहा था। किंतु कांग्रेस चार से ज्यादा देने के पक्ष में नहीं है। उम्मीद जताई जा रही हैं की पांचवी सीट पर सहमति बन जाएगी और राजद दिल्ली में 5 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा।