वारदात की जांच के लिए SIT गठित
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस की घटना के लिए दोषी व्यक्तियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और प्रभावी पैरवी करने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए। सीएम योगी के निर्देश पर घटना पर जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की गई। एसआईटी में गृह सचिव भगवान स्वरूप, डीआईजी चंद्र प्रकाश और सेनानायक पीएसी आगरा पूनम एसआईटी के सदस्य होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझसे हाथरस की घटना पर बात की। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस मामले में सभी चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है। बतादें कि हाथरस के चंदपा क्षेत्र की दुष्कर्म पीड़िता 16 दिन बाद जिंदगी से जंग हार गई।
मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे पीड़िता ने ली अंतिम सांस
उसने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे अंतिम सांस ली। रात में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस इस मामले में चारों आरोपितों को जेल भेज चुकी है। देर शाम तक शव हाथरस नहीं पहुंच सका था। युवती की मौत से लोगों में जबर्दस्त आक्रोश है। आरोपितों को फांसी देने की मांग को लेकर हाथरस में कई जगह प्रदर्शन हुए।
हाथरस की घटना को लेकर बवाल
हाथरस में दुष्कर्म की घटना पर बवाल है। दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर बुधवार को अलीगढ़ में दुष्कर्म के आरोपियों को फांसी की सजा को लेकर वाल्मीकि समा के लोग हाथरस में रामलीला मैदान के पास पुलिस से भिड़ गए। पथराव कर दिया। पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। पुलिस आरोपितों की तलाश में लगी है।