बिहार की 24 वर्षीय शिवांगी स्वरुप भारतीय नौसेना की पहली महिला पायलट बनी हैं। मुजफ्फरपुर जिले के पारू की रहनेवाली शिवांगी सोमवार को इस उपलब्धि को हासिल करते ही देशभर में अपने माता-पिता के साथ-साथ बिहार का नाम रौशन किया है। प्रारंभिक प्रशिक्षण के बाद शिवांगी को पिछले साल जून में वाइस एडमिरल एके चावला ने औपचारिक तौर पर नौसेना में शामिल किया था। सब लेफ्टिनेंट शिवांगी ने पासिंग आउट के बाद सोमवार को नौसेना ज्वाइन किया। उन्होंने कोच्चि नेवल बेस में ऑपरेशनल ड्यूटी ज्वाइन की हैं। शिवांगी निगरानी विमान डोर्नियर-228 को उड़ाएंगी। यह विमान हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने तैयार किया है।
बेटी की इस कामयाबी को माता-पिता की आंखों में आसानी से देखा जा सकता है। पिता हरिभूषण सिंह कहते हैं कि मेरे लिए यह बहुत गर्व की बात है। मैं महज एक टीचर हूं। अपनी बेटी का जिक्र करते हुए वे कहते हैं कि एक साधारण परिवार से होने पर भी उसने बड़ी ऊंचाई पाई है। वह बचपन से ही किसी भी काम को चुनौती के रूप में लेती रही है।
शिवांगी के पिता आगे कहते हैं कि जब वह बीटेक कर रही थी। उस समय नेवी के अधिकारी उसके कॉलेज गए थे। वह नेवी से इतनी प्रभावित हुई कि इस क्षेत्र में जाने का फैसला कर ली। हरिभूषण सिंह सभी पैरेंट्स से गुजारिश करते हुए कहते हैं कि बेटा हो या बेटी सभी को सपोर्ट करें। मेहनत तो बच्चों को ही करना होता है, लेकिन माता-पिता का सपोर्ट होना बहुत जरूरी है।
शिवांगी की मां प्रियंका ने कहा, कभी उसके सपनों के बीच नहीं आयी
मां प्रियंका ने कहा, मैंने हमेशा अपनी बेटी को अपनी मंजिल पाने के लिए प्रेरित किया। मैं कभी उसके सपने के बीच नहीं आयी। हमेशा हर कदम पर उसके सपोर्ट के लिए मौजूद रही। मैंने हमेशा कहा तुम्हें जो अच्छा लगता है वही करो। मेरी दो बेटी और एक बेटा है। शिवांगी सबसे बड़ी है। उसकी सफलता देख अब भाई बहन भी देश के लिए कुछ करना चाहेंगे।
प्रियंका ने कहा, शिवांगी की सफलता से परिवार में जश्न का माहौल है। रिश्तेदारों के फोन आ रहे हैं। बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। अपनी बातचीत का सिलसिला आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि मेरी बेटी शुरू से कुछ अलग करना चाहती थी। वह चाहती थी कि कुछ ऐसा करूं कि दूसरी लड़कियां उससे प्रेरणा लें। मुझे खुशी है कि आखिरकार उसने अपने सपने को पूरा कर लिया है।
शिवांगी मध्यमवर्गीय परिवार से रखती हैं तालुक्क
बता दें कि शिवांगी के पिता सरकारी स्कूल में अध्यापक और मां गृहणी हैं। शिवांगी ने प्रारंभिक शिक्षा मुजफ्फरपुर के डीएवी पब्लिक स्कूल से हासिल की। इसके बाद सिक्किम मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान से बीटेक किया। शिवांगी ने 27 एनओसी कोर्स के तहत एसएसी (पायलट) परीक्षा उत्तीर्ण की और नेवी में कमीशन हासिल किया है।
गौरतलब है कि इसी साल बिहार के दरभंगा की रहनेवाली भावना कंठ वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट पहली महिला पायलट बनीं थीं। भावना को लड़ाकू जेट विमान उड़ाने का प्रशिक्षण मिला हुआ है। वहीं, कराबी गोगाई नौसेना की पहली महिला डिफेंस अटैची हैं। असिस्टेंट लेफ्टिनेंट कमांडर गोगाई अगले माह रूस में तैनात की जाएंगी।