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Cannes 2024: कौन हैं पायल कपाड़िया, जिनकी फिल्म ने रचा इतिहास?

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मुंबई: 77वें कान फिल्म फेस्टिवल (Cannes Film Festival) में साधारण सी दिखने वाली महिला इतिहास रच दिया है। किसी को ये पता भी नहीं था कि आखिर यह महिला कुछ ऐसा कर पाएगी, जिससे सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि भारतीय फिल्म को भी एक अलग पहचान मिलेगी। हम बात कर रहे है पायल कपाड़िया (Payal Kapadia) की।

कौन हैं पायल कपाड़िया

Cannes 2024: कौन हैं पायल कपाड़िया, जिनकी फिल्म ने रचा इतिहास?

पायल कपाड़िया का जन्म मुंबई में हुआ है। जिनकी प्रारंभिक स्कूली पढ़ाई आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल से हुई। इसके बाद वो वापस मुंबई लौटीं, जहां उन्होंने सेंट ज़ेवियर कॉलेज़ से उन्होंने इकोनॉमिक्स में ग्रेज़ुएशन किया। इसके बाद पायल ने सोफिया कॉलेज़ से मास्टर्स की पढ़ाई की। फिर उन्होंने फिल्म डायरेक्शन की पढ़ाई के लिए फिल्म एंड टेलिविज़न इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) जॉइन किया। पायल की मां नलिनी मालिनी भारत की फर्स्ट जनरेशन वीडियो आर्टिस्ट हैं।

पायल की किस फिल्म को मिला अवार्ड

पायल कपाड़िया (Payal Kapadia) निर्देशित फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट’ एक मलयालम-हिन्दी फीचर है। जो केरल से आकर मुंबई शहर के अस्पताल में काम कर रहीं नर्सों की कहानी हैं। एक नर्स- प्रभा (कानी कुसरूती, जिन्होंने गर्ल्स विल बी गर्ल्स में भी सहयोगी भूमिका निभाई हैं) शादीशुदा हैं। उनका पति अब विदेश में रहता है और उनसे कभी-कभी ही बात करता है। लेकिन फिर अचानक एक दिन उन्हें अपने पति से सरप्राइज़ गिफ़्ट में राइस कुकर मिलता है। वो इस कुकर को ऐसे गले लगा लेती हैं जैसे ये उनकी शादी में प्यार की आख़िरी निशानी हो।

दूसरी नर्स- अनु (दिव्या प्रभा) थोड़ा अधिक साहसी हैं, वो एक युवा मुसलमान युवक शियाज़ (हृदु हारून) के साथ रोमांस कर रही हैं, जो केरल से ही है। अनु हिंदू हैं और उनका परिवार शियाज़ के साथ उनके रिश्ते को स्वीकार नहीं करेगा। इसके बावजूद वो उसके साथ अपनी जिंदगी की लड़ाई लड़ रही। लेकिन 2.2 करोड़ की घनी आबादी वाले मुंबई शहर में उन्हें कोई निजी जगह नहीं मिल पाती है। इसी बीच अचानक उनके अस्पताल में काम करने वाली एक तीसरी नर्स- पार्वती शहर छोड़ने का फ़ैसला करती है। वो जाने के लिए मजबूर हैं क्योंकि जिस झुग्गी में वो रह रही हैं उसे शहर के अमीरों के लिए हो रहे पुनर्विकास के लिए हटाया जा रहा है।

आपको बता दें कि पायल ने अपने इस फिल्म के जरिए एक तरफ जहां उन मध्यम वर्गीय परिवार को दिखाया है। वहीं दूसरी तरफ उन्होंने सरकार के उन नीतियों को भी दिखाया है, जिसके सामने गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार काफी बेबस नजर आ रहे है।

Payal Kapadia की फिल्म को कौन सा अवार्ड मिला है?

पायल कपाड़िया (जन्म 1986) एक भारतीय फिल्म निर्माता हैं। उन्होंने अपनी फिल्म “ए नाइट ऑफ नोइंग नथिंग” के लिए 2021 कान्स फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फिल्म का गोल्डन आई पुरस्कार जीता। 2017 में, उनकी फिल्म “आफ्टरनून क्लाउड्स” 70वें कान्स फिल्म फेस्टिवल के लिए चुनी जाने वाली एकमात्र भारतीय फिल्म थी। 2024 में, उन्होंने अपनी फिल्म “ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट” के लिए 2024 कान्स फिल्म फेस्टिवल में ग्रांड प्रिक्स जीता।

Payal Kapadia की फिल्म All We Imagine as Light ने Cannes का दूसरा सबसे बड़ा पुरस्कार ग्रां प्री (Grand Prix – Jury Prize) जीता है। इस अवॉर्ड को जीतने वाली पायल भारत की पहली महिला फिल्ममेकर बन गई हैं। Cannes में पायल की फिल्म ‘ऑल वी इमैजिन एज़ लाइट’ का प्रीमियर 23 मई को हुआ था। तब इसे 8 मिनट का स्टैंडिंग ओवेशन मिला था। जिससे आप भी समझ सकते है कि यह फिल्म कितनी अच्छी होगी। इस फिल्म की हर तरफ तारीफ हो रही है।

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