सचिवालय और कलेक्ट्रेट में काम करने वाली महिलाएं अब काम के दौरान अपने छोटे बच्चे को भी साथ रख सकेंगी। बच्चे की ठीक ढंग से देखभाल हो सके इसके लिए सचिवालय के साथ ही प्रदेश के सभी कलेक्ट्रेट में सरकार पालना घर बनाने की योजना बना रही है। महिलाओं के लिए कॉमन रूम और जिम बनाने की भी सरकार की योजना है।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक
हाल ही में मुख्यसचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में महिला कर्मचारियों को काम के दौरान आने वाली समस्याओं के निराकरण के लिए एक बैठक बुलाई गई थी। जिसमें कई पहलू पर मंथन के बाद मुख्यसचिव ने सभी सचिवालय और कलेक्ट्रेट में महिला कर्मचारियों के लिए कॉमन रूम, जिम के साथ ही क्रेच (पालना घर) बनाने का प्रस्ताव दिया।
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मुख्यसचिव ने बैठक में शामिल भवन निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सचिवालय के पांच भवनों में महिला कर्मियों के लिए कॉमन रूम और पालना घर के लिए एक साथ जगह मुहैया कराए। इसके साथ ही जिम भी बनाया जाए। यहां उपकरण लगाने की जिम्मेदारी कला संस्कृति एवं युवा विभाग जबकि पालना घर की जिम्मेदारी समाज कल्याण विभाग को सौंपी गई।
कॉमन रूम में मनोरंजन
मुख्यसचिव ने अधिकारियों से कहा कि भोजन अवकाश के दौरान महिलाएं कॉमन रूम में बैठ कर भोजन कर सकें साथ ही बचे हुए समय में मनोरंजन कर सकें इसके लिए आवश्यक है कि कॉमन रूम में मनोरंजन के साधन भी विकसित किए जाएं। उन्होंने यहां कैरम बोर्ड, शतरंज, लूडो जैसे इंडोर गेम की सुविधा देने के निर्देश भी दिए।
लाइब्रेरी बनाने की भी योजना
सचिवालय के साथ ही प्रदेश के तमाम कलेक्ट्रेट में काम करने वाले पुरुष और महिला कर्मचारी सम सामयिक विषयों से अवगत हो सकें इसके लिए सचिवालय के साथ ही कलेक्ट्रेट में लाइब्रेरी बनाने की भी सरकार की योजना है। मुख्यसचिव ने कॉमन रूम के साथ ही लाइब्रेरी बनाने के निर्देश भी कला संस्कृति विभाग को दिए हैं। आदेश हुआ है कि लाइब्रेरी में समाचार पत्रों के साथ ही कुछ समाचार पत्रिका और साहित्यकारों की पुस्तकों की व्यवस्था भी हो ताकि लोग समय मिलने पर कुछ समय लाइब्रेरी में बीता सकें और सम सामयिक विषयों से अवगत हो सकें।