नयी दिल्ली। दिल्ली से भाजपा सांसद हंसराज हंस ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को उन अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने हाथरस की गैंगरेप पीड़िता के शव का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर दिया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को लिखे पत्र में हंसराज ने यह भी अनुरोध किया कि मृतका को न्याय मिलना चाहिए और दोषियों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि भविष्य में दोबारा कोई ऐसा कृत्य करने की हिम्मत न कर सके।
कोई अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई
हंसराज हंस ने लिखा कि उन अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगना चाहिए जिन्होंने मृतका के परिवार की अनुमति के बिना शव का रात में दो बजे अंतिम संस्कार कर दिया। यदि कोई अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
हंसराज हंस दिल्ली की उत्तर-पश्चिमी सीट से सांसद
हंसराज हंस दिल्ली की उत्तर-पश्चिमी सीट से सांसद हैं। गौरतलब है कि हाथरस में गैंगरेप की शिकार 19 वर्षीय दलित लड़की की मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी। हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 14 सितंबर को लड़की के साथ कथित तौर पर गैंगरेप की वारदात हुई थी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।
हाथरस मामले की जांच एसआईटी को सौंपी
हाथरस में दरिंदगी की शिकार दलित लड़की का जबरन अंतिम संस्कार किए जाने के आरोप के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभ्य समाज को झकझोर देनेवाली घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री बुधवार सुबह ट्वीट कर बताया कि मामले की जांच तीन सदस्यीय एसआईटी टीम करेगी।
विशेष जांच दल का नेतृत्व गृह सचिव भगवान स्वरूप करेंगे जबकि दो अन्य सदस्यों में पुलिस उपमहानिरीक्षक चंद्र प्रकाश और पीएसी कमांडेंट आगरा सुश्री पूनम शामिल हैं। एसआईटी एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। सरकार मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने के आदेश पहले ही दे चुकी है।