पटना। राजधानी पटना के 12 एम स्टैंड रोड और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के आवास पर सोमवार को हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र शास्त्री की अध्यक्षता में बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की 106 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई।
नेताओं को कार्यकर्ताओं ने पुष्प की माला पहना एवं गुलदस्ता देकर सम्मानित
मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी एवं पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव डॉ संतोष कुमार सुमन सहित अन्य नेताओं ने बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी एवं पार्टी के प्रधान महासचिव डॉ संतोष कुमार सुमन सहित अन्य नेताओं को युवा प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं ने पुष्प की बड़ी माला पहनाकर एवं गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। भोला पासवान शास्त्री के जन्मदिन के अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव डॉ संतोष कुमार सुमन ने कहा कि युवा हमारे पार्टी की सबसे बड़ी ताकत हैं और पार्टी को आगे बढ़ाने में उनका युवा प्रकोष्ठ का बहुत बड़ा योगदान होता है।
हमारी पार्टी गरीबों की पार्टी
आज हमें खुशी है कि इतनी बड़ी संख्या में युवाओं का यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। उन्होंने अपनी ओर से कार्यक्रम की सफलता पर सभी युवाओं को शुभकामनाएं दी। पार्टी के प्रधान महासचिव डॉ संतोष कुमार सुमन ने कहा कि पार्टी का चुनाव में युवाओं की सबसे बड़ी भूमिका होगी और हमारी पार्टी का चुनाव चिन्ह पहले टेलीफोन था पर अब कड़ाही छाप हो गया। इसलिए हम पार्टी का चुनाव चिन्ह कड़ाही छाप को गांव के कोने-कोने तक पहुंचाने का काम युवाओं की होगी और हमारी पार्टी गरीबों की पार्टी है और मांझी के मुख्यमंत्री काल में जो कार्य किए गए कार्यो को भी जन-जन तक पहुंचाने का कार्य आपका दायित्व है।
स्वर्गीय भोला पासवान शास्त्री पूर्व मुख्यमंत्री बिहार की 106 वां जन्मतिथि के अवसर पर हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने उनके जल चिट्ठी के अवसर पर हार्दिक बधाई देते हुए उनके द्वारा अपनाए और बताए गए रास्ते पर चलने के लिए विशेषकर युवाओं से अपील किया।
मांझी ने कहा कि एक भूतपूर्व मुख्यमंत्री जो तीन बार मुख्यमंत्री का शपथ लिया हो वह अपनी चिकित्सा कराने के लिए रिक्शा की सवारी से विधायक अस्पताल आता हो यह ईमानदारी का बहुत बड़ा उदाहरण है। मांझी ने कहा कि दूसरी ओर राजसभा में नामित होने के बाद अपना विधायक का सीट कोढा कटिहार छोड़ने पर जाति से हटकर एक मुसहर परिवार विश्वनाथ ऋषि देव को टिकट देने का काम किया जो बाद में मंत्री तक बने यह भी जात-पात से ऊपर उठकर अनुसूचित जाति को एक करने की दिशा में मिसाल पेश की जिससे सबको प्रेरणा लेनी चाहिए।
मांझी व्याप्त जाति प्रथा को समाप्त करने की दिशा में युवाओं को प्रेरित किया
जयंती के अवसर पर मांझी समाज में व्याप्त जाति प्रथा को समाप्त करने की दिशा में युवाओं को प्रेरित किया और कहा कि हमसब एक माता -पिता के औलाद हैं इसलिए जाति में बांटकर समाज को बांटना तर्कहीन है। मांझी ने न्यायपालिका में आरक्षण एवं अन्य विधाओं में आरक्षण 85% तक देने की बात कही। इसी क्रम में प्रमोशन में आरक्षण एवं समान शिक्षा प्रणाली की वकालत करते हुए कहा कि जबतक डॉक्टर अंबेडकर, डॉक्टर लोहिया के सपनों के आधार पर राष्ट्रपति का बेटा हो या भंगी का संतान सबको शिक्षा एक समान की व्यवस्था नहीं होगी तब तक आरक्षण एवं जाति प्रथा का दंश समाज खेलने को बाद होगा।
इस अवसर पर मांझी ने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से युवा प्रकोष्ठ द्वारा प्रस्तावित सभी मांगों को समर्थन भी किया। मांझी ने कहा कि गैर आरक्षित समाज को 10% आरक्षण देने के फैसले को स्वागतयोग कदम बताते हुये मांग किया कि जातिगत आरक्षण के आलोक में आरक्षण दिया जाए और जिस प्रकार के आरक्षित लोगों को आरक्षित करने का नियम को संविधान की 9वीं सूची में डाला गया।
इसी प्रकार एससी/एसटी एक्ट को भी संविधान की 9वीं सूची में डालने की मांग की गई ताकि आगे न्यायालयों द्वारा एससी एसटी एक्ट पर कोई हस्तक्षेप न हो।