पुरे बिहार में प्रसिद्ध सुधा डेयरी अपने दुग्ध उत्पादों के लिए जाना जाता है। ऐसे में यह न सिर्फ अपने बिहार में प्रसिद्ध है बल्कि पुरे देश में अपना परचम लहराया है। हाल में ही एग्रीकल्चर टुडे ग्रुप के तरफ से नै दिल्ली स्थित होटल ताज पैलेस में आयोजित समारोह में बिहार स्टेट मिल्क को-ऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (कॉम्फेड) को पुरे भारत का सर्वश्रेष्ठ डेयरी फेडरेशन का पुरस्कार दिया गया है। श्रीमती शिखा श्रीवास्तव, प्रबंध निदेशक, कॉम्फेड को पुरस्कार स्वरुप प्रतीक चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। यह पुरस्कार भारत सरकार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग के सचिव अतुल चतुर्वेदी द्वारा प्रदान किया गया।
अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका
अपने वक्तव्य में अतुल चतुर्वेदी ने कहा की केंद्र सरकार के 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को पूरा करने में डेयरी सेक्टर की अहम् और बड़ी भूमिका होने वाली है। उन्होंने कहा की भारतीय डेयरी और पशुधन सेक्टर भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
इंडिया डेयरी अवार्ड 2020 के ज्यूरी द्वारा कुल 17 श्रेणी में पुरस्कार का वितरण किया गया, जिसमे सर्वश्रेष्ठ स्टेट डेयरी का पुरस्कार सुधा डेयरी, बिहार स्टेट मिल्क को-ऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (COMFED) को प्रदान किया गया। दो सत्रों में विभाजित इस समारोह के प्रथम सत्र में तकनिकी संगोष्ठी हुई जिसमे पालिसी तथा बिज़नेस एवं व्यापार पर विषेशतः भारत को 5 ट्रिलियन इकॉनमी बनाने में डेयरी सेक्टर के योगदान पर चर्चा की गयी। इस चर्चा में इंडस्ट्रीज के विशेषज्ञ ने भाग लिया।
गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के लिए सुधा
दूसरे सत्र में अवार्ड वितरण किया गया जिसके ज्यूरी के रूप में डॉ. प्रवीण मल्लिक, पशुपालन आयुक्त, भारत सरकार, डॉ. ए जे खान, अध्यक्ष, ICFA, मिस ममता जैन, ग्रुप एडिटर एवं सीईओ एग्रीकल्चर टुडे ग्रुप आदि मौजूद थे। कॉम्फेड को यह पुरस्कार गुणवत्तापूर्ण “सुधा” दूध उत्पादन तथा सर्वश्रेष्ठ दुग्ध उत्पादों के निर्माण, बिक्री आदि कई आयतों में उत्कृष्ट पाए जाने पर दिया गया है। सुधा डेयरी ने पिछले वर्षों में दुग्ध संग्रहण, दुग्ध उत्पादों एवं मार्केटिंग के साथ रिटेल मार्केटिंग में अच्छी वृद्धि दर्ज की है।