बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार को बाढ़ के मसले पर घेरा है। उन्होंने बिहार सरकार के काम पर प्रश्न खड़ा किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारियों से बचने का प्रयास कर रही है। अपने दायित्वों को केन्द्र सरकार पर फेंकने का प्रयास कर रही है। राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारियों को निभा नहीं पा रही है। उन्होंने कहा कि पूरा उत्तर बिहार अब बाढ़ के खतरे में है। अब राज्य सरकार विदेश मंत्रालय को पत्र लिख रही है।
बाढ़ को लेकर राज्य सरकार ने लिखा पत्र
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सोमवार बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा था। उन्होंने नेपाल द्वारा नदियों के बांध में मरम्मत कार्य बाधित करने पर चिंता जताई। इससे उत्तर बिहार में बाढ़ के खतरे की बात कही थी। इस मामले को लेकर उन्होंने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है। उन्होंने बताय कि गंडक बैराज के 36 द्वार हैं। इसमें से 18 द्वार नेपाल में स्थित हैं। भारत में स्थित फाटक में सफाई एवं मरम्मत का काम पूरा हो गया है। जबकि नेपाल के हिस्से में पड़ने वाले बांध का मरम्मत का काम नहीं हो सका है। नेपाल द्वारा उसके मरम्मत काम रोका जा रहा है। ऐसे में बाढ़ की समस्या गंभीर बन सकती है।
नेपाल ने अपने हिस्से में गंडक, लाल बकेया और कमला नदी के तटबंधों पर काम करने से रोक दिया है। नेपाल ने मरम्मत और सुरक्षा कार्य करने से बिहार के जल संसाधन विभाग की टीम को रोका है। नेपाल ने भारतीय इंजीनियरों को अपनी सीमा में प्रवेश से रोक दिया है। इससे बिहार पर बाढ़ का खतरा और बढ़ता जा रहा है। इस संबंध में बिहार से जल संसाधन मंत्री ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में मंत्रालय से मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने के लिए कहा है। नेपाल ने अप्रैल में भी कोसी नदी के तटबंधों का काम रोका था।