पटना। बिहार में होनेवाले विधानसभा चुनाव से पूर्व नीतीश कैबिनेट में एक मंत्री की सुरक्षा को कम कर दिया गया। मामला लखीसराय जिले से जुड़ा है,जहां बिहार के श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा की सुरक्षा में लगे कई जवानों को जिला प्रशासन द्वारा वापस बुला लिया गया। ऐसे में चुनाव से पहले ही राजनीति गरमा गई।
सार्जेंट मेजर ने मंत्री को पत्र लिखकर बॉडीगार्ड वापस करने को कहा
जिले के सार्जेंट मेजर ने मंत्री को पत्र लिखकर बॉडीगार्ड वापस करने को कहा। जानकारी के मुताबिक मंत्री के गार्ड को वापस भी ले लिया गया। मंत्री ने जिला प्रशासन की इस कार्रवाई पर आपत्ति जताते हुए सवाल उठाये। जानकारी के मुताबिक लखीसराय के भाजपा विधायक और मंत्री को सुरक्षा गार्ड और हाउस गार्ड मिला हुआ था, लेकिन 30 सितबंर को लखीसराय पुलिस केंद्र द्वारा मंत्री विजय सिन्हा को पत्र लिखकर कहा गया कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के मद्देनजर आपके पास प्रतिनियुक्त एक अंगरक्षक के अतिरिक्त बाकी के सुरक्षाकर्मी हैं वापस कर दें।
मंत्री को लिखे पत्र में निर्वाचन आयोग के आदेश का हवाला दिया गया
मंत्री को लिखे पत्र में निर्वाचन आयोग के आदेश का हवाला दिया गया और लिखा गया कि प्रतिनियुक्त अंगरक्षक एवं हाउस गार्ड में से एक अंगरक्षक के अतिरिक्त बलों को क्लोज करने का निर्देश है। आपके पास ड्यूटी में प्रतिनियुक्त अन्य पुलिस बल को चुनाव कार्य के लिए पुलिस केंद्र (लखीसराय) में योगदान कराना है, इसलिए एक अंगरक्षक को छोड़कर शेष अंगरक्षक एवं हाउस गार्ड को तत्काल पुलिस केंद्र लखीसराय में रिपोर्ट कराएं।
मंत्री ने सुरक्षाकर्मियों को वापस कर दिया
पुलिस लाइन से मिले इस पत्र के बाद मंत्री ने सुरक्षाकर्मियों को वापस कर दिया। मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि जब मैंने इसकी शिकायत वरीय अधिकारियों से पत्र भेजकर की तो आनन-फानन मे अतिरिक्त बल एवं हाउस गार्ड को मेरे लखीसराय स्थित निजी आवास पर भेज दिया गया।
हालांकि मंत्री विजय कुमार सिन्हा का कहना है कि पत्र जारी कर सुरक्षा हटाने की जानकारी दी गई उसी तरह से पत्र जारी कर सुरक्षा वापस करने की जानकारी दी जाए। मंत्री विजय सिन्हा ने ये भी बताया कि मेरे खिलाफ बड़ी साजिश की जा रही है।