कोरोना संक्रमण को देखते हुए एम्स में कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल शुरू किया गया है। अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए पहले 50 बेड थे जबकि अब राज्य में 500 बेड हैं। अस्पताल प्रशासन ने इसके लिए पूरी तैयारियां कर ली हैं। इसके घोषणा आने वाले तीन चार दिनों में हो सकती है। इसको लेकर निदेशक की अध्यक्षता में अधीक्षक एवं वरीष्ट चिकित्सकों की बैठक हो चुकी है। बैठक के बाद इस पर फैसला ले लिया गया है। जो कि जल्द ही अमल में लाया जाएगा।
कोरोना डेडिकेटेज लेकर हो चुका है फैसला
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इसी बीच बिहार में कोरोना संक्रमण के 188 नए मरीज पाए गए हैं। गुरुवार को पाए गए नए मरीज राज्य के 20 जिलों में पाए गए हैं। ऐसे में अब नए मरीजों को मिलाकर राज्य में कुल मरीजों की संख्या 10393 हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में ऐसी जानकारी दी है। विभाग ने ये जानकारी ट्वीट करके दी है। विभाग ने बताया कि नए मरीज अरवल, औरंगाबाद, भागलपुर, भोजपुर, गया, गोपालगंज, कैमूर, किशनगंज, मधेपुरा, मधुबनी, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नालन्दा, नवादा, पटना, रोहतास, शेखपुरा, शिवहर, सुपौल और पश्चिमी चंपारण में पाए गए हैं।
एम्स के निदेशक डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि एम्स में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा सामान्य मरीजों का भी इलाज एम्स में चल रहा है। ऐसे में दोनों तरीके के मरीजों से अच्छे से व्यवस्था दे पाना संभव नहीं हो रहा है। ऐसे में किसी एक तरह का अस्पताल होने पर मरीजों का उपचार अच्छे से होगा।
विभाग के अनुसार बिहार में पिछले 24 घंटों में 267 मरीजों स्वस्थ हो चुके हैं। इन्हें अस्पताल से छोड़ दिया गया है। डॉक्टरों ने इन्हें होम क्वारंटाइन रहने को कहा है। इसके अलावा राज्य में कोरोना के 2191 एक्टिव मरीज हैं। जिनका इलाज चल रहा है। वहीं 7799 सैंपलों की जांच पिछले 24 घंटों में हो चुकी है। जबकि कुल 2 लाख 28 हजार 689 सैंपलों की जांच राज्य भर में हुई है। राज्य में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या रिकवरी रेट 77.52 फीसदी है।