Home बिहार पटना चौथे दिन भी निगम सफाईकर्मी हड़ताल पर, जानिए क्या है पूरा मामला

चौथे दिन भी निगम सफाईकर्मी हड़ताल पर, जानिए क्या है पूरा मामला

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निगम के सफाईकर्मियों की चार दिनों से जारी हड़ताल ने पूरे शहर की सूरत बिगाड़ दी है। राजधानी में 2600 टन कूड़े का अंबार लगा है। आउटसोर्सिग के विरोध में 4300 सफाईकर्मी तो हड़ताल पर हैं ही, आउटसोर्सिग पर बहाल 2200 अन्य कर्मी भी मारपीट के भय से काम पर नहीं आ रहे।

आंदोलनकारी सफाईकर्मियों का आक्रोश गुरुवार को भी खूब दिखा। मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स में निगम मुख्यालय के सामने विरोध-प्रदर्शन जारी रहा। हड़ताली सफाईकर्मियों ने नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा के सरकारी आवास के आगे मुख्य सड़क पर मृत कुत्ता फेंक दिया। दोपहर तक कुत्ता वहीं पर पड़ा रहा। पूरे शहर में मुख्य सड़क से लेकर मोहल्ले की गलियों तक गंदगी ही गंदगी फैल गई है। कचरे की बदबू से लोगों का सड़क पर चलना मुश्किल हो रहा है।

जंक्शन से कलेक्ट्रेट तक कूड़ा ही कूड़ा

पटना जंक्शन के पास कूड़े का ढेर लग गया है। एक लेन पर सिर्फ कचरा नजर आ रहा है। पटना जंक्शन स्थित ऑटो स्टैंड के पास कूड़े के ढेर से नागरिकों की परेशानियां बढ़ गई हैं। कलेक्ट्रेट के डीडीसी ऑफिस के बगल में कचरा सड़क पर आ गया है। नगर निगम मुख्यालय की सीढ़ी और आसपास भी कूड़े का ढेर जमा है। कंकड़बाग ऑटो स्टैंड के आसपास का हाल बदहाल है। लोगों का आना-जाना मुश्किल है। मृत जानवर सहित मछली, मुर्गा का कचरा बदबू फैला रहा है।

कुर्जी मोड़ बस स्टैंड के पास कूड़े का ढेर लग गया है। बस स्टॉप के पास लोग खड़े नहीं हो पा रहे हैं। बदबू ने लोगों को परेशान कर दिया है। रमेश कुमार ने बताया कि शहर रहने लायक नहीं रह गया है। बोरिंग कैनाल रोड सब्जी मंडी के पास कचरा जमा है। बदबू भी आ रही है। इस तरह का दृश्य बोरिंग कैनाल रोड में जगह-जगह है। मैनपुरा मोहल्ले के अंदर कूड़े के कारण लोग परेशान हैं। बेलरोड में शेखपुरा मोड़ से जगदेवपथ तक कई स्थानों पर कूड़ा जमा है। एसके नगर, किदवईपुरी, मंदिरी, बुद्धाकॉलोनी, पोस्टलपार्क का हाल भी बेहाल है।

गंदगी से एलर्जी, डायरिया और मलेरिया का बढ़ा खतरा

राजधानी में चारों तरफ गंदगी फैलने से एलर्जी जनित बीमारियों का खतरा काफी बढ़ गया है। इसके अलावा डायरिया एवं मलेरिया का खतरा भी मंडराने लगा है। राजधानी के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के मेडिसीन विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.सुधीर कुमार का कहना है कि अभी आसपास साफ-सफाई रखने की जरूरत है।

जानिए क्या है मामला

नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा के साथ गुरुवार को हुई वार्ता में दैनिक सफाईकर्मियों की हड़ताल नहीं टूटी। निगम स्टाफ यूनियन के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने वार्ता के बाद कहा कि सरकार सफाईकर्मियों को आउटसोर्स पर रखने की जिद छोड़ दे, हड़ताल वापस ले ली जाएगी। चंद्रप्रकाश ने स्पष्ट कहा कि 29 जून 2018 के पहले रखे गए दैनिक सफाईकर्मी आउटसोर्स पर नहीं जाएंगे। ये पूर्व की तरह निगम के अधीन कार्य करते रहेंगे। निगम बोर्ड ने भी सहमति दे दी है। चंद्रप्रकाश सिंह ने बताया कि मंत्री लोकायुक्त के फैसला का हवाला देते हुए सफाईकर्मियों को आउटसोर्सिग एजेंसी के तहत रखने की जिद पर अड़े हैं।

जिलाधिकारी कुमार रवि के निर्देश पर सफाई अभियान शुरू करा दिया गया है। मुख्य सड़कों की सफाई अभी प्राथमिकता है। इसके बाद महत्वपूर्ण स्थानों पर कूड़े के ढेर की भी सफाई कराई जाएगी। इसकी तैयारी की जा रही है।

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