बिहार में प्रवासी मजदूरों की आना जारी है। देश के कई राज्यों में रहने वाले प्रवासियों को लाया जा रहा है। जो कि पिछले 3 मई से ही लगातार जारी है। मंगलवार को भी रेलवे द्वारा प्रवासियों को लाया जाएगा। इस दौरान विभिन्न राज्यों से 15 श्रमिक ट्रेनों से लाया जाएगा। बिहार सरकार प्रवासी मजदूरों को बिहार वापस लाने में लगी है।
मंगलवार को 15 श्रमिक ट्रेनें बिहार आ रही हैं। ये ट्रेनें देश के 5 राज्यों से श्रमिकों को लेकर आएंगी। जो कि राज्य के विभिन्न स्टेशनों पर पहुंचेंगे। इसमें सबसे ज्यादा प्रवासी केरला से आने वाले हैं। केरला से 11,550 प्रवासी ट्रेन से आएंगे। इसके अलावा 4950 प्रवासी तमिलनाडु और 3300 प्रवासी गोवा से आएंगे। जबकि महाराष्ट्र से 3300 और हरियाणा से 1650 प्रवासी बिहार आएंगे।
बिहार के विभिन्न स्टेशनों पर 15 श्रमिक ट्रेनें आएंगी। इसमें तमिलनाडु से 3, केरला से 7 और गोवा से 2 ट्रेन आएंगी। जबकि महाराष्ट्र से 2 ट्रेन और हरियाणा से 1 ट्रेन आएंगी। बिहार आने वाले प्रवासी के लिए यहां भी प्रबंध किया गया है। यहां उन्हें उनके घर ले जाया जाएगा। इसके लिए सरकार ने ट्रेनों और बसों का इंतजाम कर रखा है। इन्हें राज्य में बने ब्लॉक क्वारंटाइन केन्द्रों पर ले जाया जाएगा। कुछ लोगों को होम क्वारंटाइन किया जाएगा।
प्रवासी मजदूरों के लिए 15 जून तक ब्लॉक क्वारंटाइन चलाने का फैसला
राज्य सरकार ने 15 जून तक ब्लॉक क्वारंटाइन चलाने का फैसला किया है। सरकार का कहना है कि अब बिहार आने वाले श्रमिकों की संख्या कम है। अधिकांश प्रवासी बिहार आ चुके हैं। जो अभी भी आना चाहते हैं उन्हें जल्द लाया जाएगा। बिहार में कुल 11,581 ब्लॉक क्वारंटाइन केन्द्र हैं। जिसमें 9 लाख से ज्यादा लोगों को रखा गया। जबकि 5,26,768 लोग अभी भी क्वारंटाइन केन्द्रों में हैं।
क्वारंटाइन केन्द्रों में रखे गए लोगों में 2743 कोरोना संक्रमित मिले हैं। जिसके कारण कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी है। सरकार होम क्वारंटाइन लोगों का सर्वे करा रही है। इसमें अभी तक 74 लोगों में कोरोना लक्षण पाया गया है। जबकि 3 लाख के करीब लोगों का सर्वे हो चुका है।
बिहार में कोरोना संक्रमण का कहर जारी, कोरोना संक्रमित की संख्या 4 हजार के पास