बिहार में गुरूवार को रिकार्ड कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए गए। राज्यभर गुरुवार को 478 नए मामले दर्ज किए गए हैं। जो कि किसी एक दिन में पाए जाने वाले मामलों की सबसे ज्यादा संख्या है। इससे पहले भी दो दिन 370 और 394 रिकार्ड मामले पाए गए थे। ऐसे में अब राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 हजार 683 हो चुकी है। इसके साथ ही अब बिहार में तेजी से कोरोना के मरीज पाए जा रहे हैं। बिहार के लगभग हर जिलों में इसका प्रकोप बढ़ता जा रहा है।
कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है
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स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में जानकारी साझा की है। विभाग के अनुसार अभी तक राज्य में 2 लाख 35 हजार 980 सैंपलों की जांच हो चुकी है। जबकि पिछले 24 घंटों में 7291 लोगों की जांच हो चुकी है। इसके अलावा राज्य में अभी भी कोरोना के एक्टिव मरीज 2319 हैं। जिनका अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इसके अलावा अब तक 7994 लोग स्वस्थ हो कर घर लौट चुके हैं। स्वस्थ हो चुके लोगों को डॉक्टरों ने होम क्वारंटाइन रहने को कहा है। इसके अलावा मरीजों का रिकवरी रेट 76.92 फीसदी है।
वहीं बिहार की राजधानी पटना में कोरोना के संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। राजधानी में 108 कोरोना के नए मामले पाए गए हैं। ये मामले पटना के अलग-अलग 22 मुहल्लों में पाए गए हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए एम्स में कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल शुरू किया गया है। अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए पहले 50 बेड थे जबकि अब राज्य में 500 बेड हैं।
एम्स के निदेशक डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि एम्स में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा सामान्य मरीजों का भी इलाज एम्स में चल रहा है। ऐसे में दोनों तरीके के मरीजों से अच्छे से व्यवस्था दे पाना संभव नहीं हो रहा है। ऐसे में किसी एक तरह का अस्पताल होने पर मरीजों का उपचार अच्छे से होगा।