पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से 85 करोड़ के 6 भवनों का उद्घाटन और 536 करोड़ के 23 भवनों का शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पटना समाहरणालय का नया भवन बहुत ही सुंदर बनेगा। इसमें चार उद्यान व तीन सभागार होंगे। दिल्ली में बन रहे बिहार सदन भवन का निर्माण अगले माह पूरा हो जाएगा। इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि हमलोग आश्वस्त करते हैं कि बिहार में जो काम शुरू हुआ उन योजनाओं को समय पर पूरा करेंगे। अमरुत योजना के तहत जो काम हैं, उसे भी तेजी से किया जाएगा। आपके द्वारा जो सुविधाएं दी गई उनके लिए हृदय से धन्यवाद देता हूं। प्रधानमंत्री द्वारा बिहार की 543 करोड़ की योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए गए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग से अपनी बात रखी।
24 घंटे पेयजल की आपूर्ति नहीं होनी चाहिए
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृत योजना के अंतर्गत स्वच्छ पेयजल हेतु सिवान, छपरा में जलापूर्ति योजनाओं का उद्घाटन हुआ। इससे वहां के नागरिकों को शुद्ध पेयजल मिल सकेगा। मुंगेर और जमालपुर में जलापूर्ति योजना का भी शिलान्यास हुआ। इन योजनाओं के पूर्ण होने से वहां के लोगों को भी स्वच्छ पेयजल का लाभ मिलेगा। इसमें मेरा विनम्र आग्रह होगा कि 24 घंटे पेयजल की आपूर्ति पर्यावरण की दृष्टि से नहीं होनी चाहिए। पर्याप्त समय में पेयजल की आपूर्ति होनी चाहिए, पर 24 घंटे नहीं। इसपर आपलोग विचार करें। स्वच्छ पानी का लोग सदुपयोग करें, इससे भू-जल स्तर मेंटेन रहेगा। किसी भी हालत में दुरूपयोग न करें, यह जरूरी है।
नल-जल योजना का कार्य बिहार में 80 प्रतिशत पूर्ण
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर नल का जल निश्चय योजना का कार्य बिहार में लगभग 80 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। ग्रामीण इलाकों में लगभग 81 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष कार्य अक्टूबर तक पूरे हो जाएंगे। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति लोगों को पीने के लिए एवं खाना बनाने एवं अन्य जरुरी काम के लिए किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण संबंधी कई कार्य किए जा रहे हैं, इसमें आपका भी सहयोग मिल रहा है। केंद्र की योजनाओं के क्रियान्वित होने से बिहार को भी लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर में नदी तट विकास योजना के अंतर्गत बुढ़ी गंडक के घाट का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इससे नदी जल स्वच्छता के साथ-साथ पर्यटन के लिए भी उपयोगी होगा। बाहर से लोग यहां घाटों पर आकर सौंदर्यीकरण का आनंद उठा सकेंगे।
पटना के कई घाटों का किया गया सौंदर्यीकरण
पटना के कई घाटों का सौंदर्यीकरण किया गया। पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हाल ही में जल-जीवन-हरियाली अभियान के समर्थन में पांच करोड़ 16 लाख से अधिक लोगों ने 18 हजार किमी से अधिक लंबी मानव श्रृंखला बनाई थी। बिहार में जो काम हो रहा है उसके प्रति लोगों में जागृति है। पर्यावरण से लेकर अन्य योजनाओं के लिए आपके द्वारा जो काम किये जा रहे हैं वे काफी महत्वपूर्ण हैं।