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राहत की सांस:  सूबे में अंतिम 48 घंटों में एक भी संदिग्ध कोविड-19 पॉजिटिव नहीं

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जहां एक तरफ पूरा विश्व कोरोना जैसी खतरनाक महामारी की मार झेल रहा है। वहीं बिहार के एक राहत की खबर है। बिहार में भी पिछले दो दिनों से कोई कोविड-19 पॉजिटिव मरीज नहीं पाया गया है। वहीं पटना के जितने भी कोरोना से संक्रमित मरीज थे वो भी स्वस्थ होकर अपने अपने घर जा चुके हैं। बिहार में अभी तक कुल 32 मरीज कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें से आठ मरीज ठीक होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब ऐसे में राजधानीवासी यह आस  लगाए बैठे हैं कि कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन में पटना को छूट मिल सकती है।

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बता दें कि पूरी दुनिया को चुनौती देने वाले कोरोना वायरस को पटना में पांच लोगों ने एक साथ मात दी है। नालंदा मेडिकल कॉलेज में इलाज के बाद स्वस्थ होने पर उन्हें गत सोमवार को घर भेजा दिया गया। इसमें चार मरीज सीवान के रहने वाले हैं, बाकी एक मरीज शरणम हॉस्पिटल का कर्मी है। सीवान के चारों मरीज विदेश यात्रा से लौटने के बाद बीमार हुए थे। वहीं शरणम हॉस्पिटल का कर्मी सैफ के संपर्क से संक्रमित हुआ था। पांचों का इलाज एनएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में चल रहा था।

उल्लेखनीय है कि इलाज करने वाले डॉक्टरों ने कहा है कि कोरोना से मरीज को डरना नहीं चाहिए। सकारात्मक सोच ही इसे हरा सकती है। पांचों मरीज हमेशा सकारात्मक बातें करते थे। वे खुद कहते थे कि हम स्वस्थ होकर घर लौटेंगे और पांचों की बातें सच हो गई। स्वस्थ होकर घर लौट रहे मरीजों ने कहा कि व्यक्ति को अपने ऊपर विश्वास होना चाहिए। हालांकि, डॉक्टरों ने कहा है कि ठीक होकर अपने घर लौटे मरीज को भी 14 दिन घर में क्वारंटाइन रहना है।

गौरतलब है कि राजधानी पटना में इसके पहले चार और मरीज कोरोना को हरा चुके हैं। इस सबसे भी बड़ी राहत की बात यह है कि पिछले 48 घंटे में एक भी संदिग्ध की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है। इस खबर को जान लोग राहत की सांस जरुर लेंगे।

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