पिछले कुछ दिनों से बिहार के कई जिलों में बर्ड फ्लू से विभिन्न जगहों पर पक्षियों के मरने की खबर आ रही है। बिक्रम प्रखंड के अंधराचौकी गांव के एक पॉल्ट्री फार्म में बीते शुक्रवार को 400 मुर्गियों की मौत हो गयी। इसी फार्म में लगभग 2700 मुर्गियों के मरने की खबर है। हालांकि ये मौत किन वजहों से हुई है, अभी पुष्टि नहीं हो पायी है। प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी बीड़ी प्रभाकर ने पशु चिकित्सक डॉ. परमबोध और डॉ. सबद अली के साथ मौके पर पहुच कर सैंपल जुटाए और उन्हें जांच के लिए कोलकाता लैब में भेज दिया है।
बर्ड फ्लू के कारण फीकी रही नए वर्ष की शुरुआत
ज्ञात हो की बर्ड फ्लू की खबरें बिहार में लगभग 1 महीने से लगातार लोगों के लिए परेशानी का कारण बानी हुई है। इस वजह से बीते नव वर्ष पर पटना के चिड़ियाघर को बंद रखा गया था। केवल चिड़ियाघर में माह दिसंबर में 7 मोर और 1 फीजेंट की मौत हो चुकी है। 1 जनवरी को चिड़ियाघर बंद रहने के कारण पटना के लोगों को पिकनिक के लिए अन्य जगहों पर जाना पड़ा। हर वर्ष चिड़ियाघर में काफी संख्या में लोग अपने परिवार के साथ यहाँ छुट्टियां बिताने और पिकनिक मानाने आते हैं, लेकिन इस साल उन्हें निराशा हाथ लगी।
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लगातार आ रही है चिड़ियों के मरने की खबर
शुक्रवार की दोपहर में जल पर्षद कार्यालय के कैंपस में चार कौवों की मौत हो गयी और एक घायल अवस्था में पाया गया। सूचना मिलने पर पहुंची चिकित्सको की टीम ने इसके सैंपल को कोलकाता लैब में जांच के लिए भेजा है। वही दूसरी ओर खाजपुरा शिव मंदिर के पास एक उल्लू की मौत हो गयी। आर्ट कॉलेज में बीते 30 दिसंबर को काफी संख्या में पक्षियों की मौत हो गयी थी। वेटेनरी कॉलेज के चिकित्सक सब्बीर अली ने कहा की बर्ड फ्लू की पुष्टि होने पर ही कोई कदम उठाया जाएगा। मसौढ़ी थाना के गंगाचक में भी शुक्रवार को लगभग दो दर्जन कौवों की मौत से आसपास के लोगो में दहशत है।
केंद्रीय टीम कर रही है बर्ड फ्लू की जांच
पटना और जमालपुर में बर्ड फ्लू का अध्यन करने केंद्र से दो टीम पटना आ चुकी है। दोनों टीम अगले दस दिन तक बिहार में इसकी जांच करेगी। साथ ही वो इससे बचने के लिए किये गए कार्यो का अध्यन करेगी और रिपोर्ट केंद्र और राज्य सरकार को सौपेगी। पिछले दिनों पशुपालन विभाग की तरफ से चिड़ियाघर और कला एवं शिल्प महाविद्यालयों में पक्षियों के मौत के बाद उनके सैंपल केंद्र को भेजी गयी थी । इसके बाद केंद्र ने डॉ. राजेंद्र पाणिग्रही और डॉ. साकेत कुलकर्णी के नेतृत्व में दो टीम को पटना एवं जमालपुर में जांच करने के लिए भेजा है। ये टीम अगले दस दिन में जांच कर रिपोर्ट केंद्र और राज्य सरकार को सौपेगी।