पटना। राज्य सरकार एक तरफ बिहार में कोरोना प्लाज्मा दान करने वालों को पांच हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दे रही है,वहीं दूसरी ओर पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में कोरोना प्लाज्मा दान करने वाले लोगों से 9,700 रुपये तक वसूले जा रहे हैं।
यह राशि प्लाज्मा दान से पहले होनेवाली कोविड एंटी टाइटर,सीबीसी, वायरल मार्कर जांच के नाम पर ली जा रही है। वहीं पटना एम्स में मुफ्त में प्लाज्मा दान लिया जा रहा है। यहां अबतक लगभग 200 लोगों ने प्लाज्मा दान भी किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी 15 अगस्त को गांधी मैदान में कोरोना वॉरियर्स को सैल्यूट करने के साथ-साथ प्लाज्मा दान करने की अपील की थी।
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पटना एम्स में अब तक 150 से अधिक कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों की प्लाज्मा थेरेपी हो चुकी है। इसके बाद अब पीएमसीएच व एनएमसीएच में प्लाज्मा थेरेपी की कवायद हो रही है। कोरोना संक्रमण की जंग जीत चुके योद्धा निगेटिव होने के 28 दिन बाद प्लाज्मा दान कर सकते हैं। एम्स ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. नेहा सिंह ने बताया कि अविवाहित लड़कियां ही प्लाज्मा डोनेट कर सकेंगी। विवाहित केवल वैसी महिलाएं ही प्लाज्मा दे सकती हैं,जो मां नहीं बनी हैं।
उन्होंने बताया कि बगैर लक्षण वाले बिहार में कोरोना मरीज तभी प्लाज्मा डोनेट कर सकेंगे जब उनकी आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट नेगेटिव हो। वैसे डायबिटिक मरीज भी प्लाज्मा दे सकते हैं, जो इंसुलिन नहीं लेते हों। आइजीआइएमएस के चिकित्सा अधीक्षक डॉ मनीष मंडल का कहना है कि ब्लड बैंक के द्वारा निदेशक से अनुमति लेकर प्लाज्मा रिसीव करने की फीस 9,700 रुपये तय की गई है। इसी निर्देश के आलोक में चार्ज लिया जा रहा है।