- पत्रकार का तोड़ा मोबाइल
- प्रशासनिक महकमा पावर मद में चूर
- पत्रकार पर बरसाई ताबड़तोड़ लाठी
अरवल, कुर्था। बिहार में अपराधी तो बेलगाम हो चुके हैं इसके साथ ही साथ प्रशासनिक महकमे के अधिकारी भी अब अपने पावर के मद में इतने चूर हो गए हैं कि रोड चलते पत्रकारों को भी नहीं समझने के साथ उन्हें नहीं पहचान रहे हैं। अरवल डीएम के एस्कॉर्ट ने तोड़ा स्थानीय पत्रकार का मोबाइल।
अरवल डीएम एस्कॉर्ट द्वारा पत्रकार का मोबाइल क्षतिग्रस्त
ताजा मामला अरवल जिले के रविवार को कुर्था बाजार में देखने को मिला जब अरवल के जिलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी की एस्कॉर्ट टीम मोहर्रम को लेकर क्षेत्र में दौरा कर रही थी उसी दौरान एक पत्रकार की बाइक सड़क किनारे लगी थी बस क्या डीएम साहब की एस्कॉर्ट गाड़ी से उतरकर एक पुलिस ने पत्रकारों पर लगातार लाठी बरसाने लगे जिससे पत्रकार का लगभग 15000 रुपये की मोबाइल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी।
ज्ञात रहे कि कुर्था बाजार की सड़कें काफी संकीर्ण है ऐसे में लोग सड़क किनारे बाइक खड़ा कर अपने कार्यों को अंजाम देते हैं उसी प्रकार एक स्थानीय हिंदी दैनिक अखबार के पत्रकार निशांत मिश्रा द्वारा भी सड़क किनारे बाइक लगाकर कार्य कर रहे थे तभी जिलाधिकारी की एस्कॉर्ट टीम से एक पुलिस उतरकर बीच सड़क पर बगैर कोई पूछताछ किये अचानक पत्रकार ताबड़तोड़ पर लाठी बरसाने लगा। जिससे पत्रकार का मोबाइल भी टूट गया।
अमरेश तिवारी ने किया घोर निंदा
इस बाबत पूछने पर अरवल जिला अधिकारी रविशंकर चौधरी अपने एस्कॉर्ट टीम के पुलिस का पक्ष लेते हुए कहा कि उनका बाइक सड़क पर लगा हुआ था। इस संबंध में नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया (बिहार) अरवल के जिलाध्यक्ष अमरेश तिवारी ने कहा कि जिले में एक पत्रकार पर जिलाधिकारी के सुरक्षा में चल रहे गार्ड द्वारा की गई बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की घोर निंदा करता हूं।
वहीं जिलाध्यक्ष तिवारी ने आगे कहा कि बिहार की राजधानी पटना से लेकर अन्य जिलों की सड़कों पर प्रतिदिन कितनी बाइक के साथ अन्य वाहन खड़े रहते हैं तो क्या उस वाहन अथवा बाइक चालक अथवा मालिक पर पुलिस डंडा बरसाती है। इस बावत तिवारी ने बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय की बातों का हवाला करते हुये कहा कि देश और राज्य के चौथे स्तंभ के साथ किसी तरह की कोई परेशानी अथवा राज्य की पुलिस प्रशासन तंग नहीं करेंगे आखिरकार डीजीपी साहब की बात पर अगर थोड़ी सी डीएम साहब ध्यान देते तो न तो इस तरह की बात बोलते और न पत्रकार के उपर लाठियां बरसाती।