बिहार निर्वाचन आयोग द्वारा शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक की गई। आयोग द्वारा बैठक अपने कार्यालय में की गई। बैठक में राज्य के सभी राजनीतिक दलों के बड़े नेता शामिल हुए। इस दौरान बैठक में बिहार चुनाव को लेकर चर्चा हुई। इसमें विधानसभा चुनाव और चुनाव प्रचार को लेकर चर्चा की गई। इस बैठक में निर्वाचन आयोग ने सुझाव दिया कि बिहार में एक फेज में चुनाव हो।
बैठक में शामिल होने के बाद ललन सिंह ने इस संबंध में जानकारी दी है। ललन सिंह ने कहा कि हमने निर्वाचन आयोग को दो तरीके से चुनाव कराने का सुझाव दिया है। सुझाव में हमने सामाजिक दूरी रखने का भी ख्याल रखा है। इस दौरान हमने ऑनलाइन चुनाव प्रक्रिया करने को कहा है। हमने चुनाव प्रचार को लेकर भी अपनी राय रखी है।
बिहार निर्वाचन आयोग ने हर दलों से ली राय
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वहीं राजद के ओर से प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह शामिल हुए। उन्होंने भी एक फेज में चुनाव कराने के लिए कहा। हमने ऑनलाइन रैली एवं सम्मेलन करने के लिए मना किया है। हमने कहा है कि हमें जनता के बीच चुनाव प्रचार के लिए जाने दिया जाए। सबको चुनाव प्रचार की अनुमति देना जरूरी है। अगर चुनाव प्रचार पर रोक लगता है तो केवल बड़े और पूंजीपति लोग के पास खजाना है वे वर्चुअल रैली कर सकते हैं।
बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में 45 फीसदी बूथों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। बिहार में तकरीबन 1 लाख 6 हजार मतदान केन्द्र होंगे। कोरोना संक्रमण के कारण भारतीय निर्वाचन आयोग ने ये फैसला किया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में 45 फीसदी बूथों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि करीब 1500 से 1600 मतदाताओं पर एक बूथ रहता था। अब कोरोना विधानसभा चुनाव में 1000 मतदाताओं पर एक बूथ का निर्माण करने की बात चल रही है।