पटना। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह गुरुवार को पार्टी से नाता तोड़ लिया। दिल्ली एम्स के आईसीयू में भर्ती रघुवंश प्रसाद अस्पताल से ही राजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे की सूचना मिलते ही राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने भी रिम्स से भावनात्मक पत्र लिखकर उन्हें मनाने का प्रयास किया। इस बीच रघुवंश प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक चिट्ठी लिखी। फेसबुक पर अपनी चिट्ठी को पोस्ट करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री से उन 3 मांगों को पूरा करने का आग्रह किया।
वैशाली में झंडोत्तोलन करने और भगवान बुद्ध के भिक्षापात्र को काबुल से मंगवाने की
रघुवंश प्रसाद ने जो चिट्ठी लिखी उसमें उनकी पहली मांग गणतंत्र भूमि वैशाली में झंडोत्तोलन करने और भगवान बुद्ध के भिक्षापात्र को काबुल से मंगवाने की है। इसके साथ मनरेगा कानून में आम किसानों की जमीन में काम करने का संशोधन अध्यादेश लाने की मांग की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम लिखे अपने पत्र में उन्होंने मनरेगा कानून में सरकारी और एससी-एसटी की जमीन में प्रबंध का विस्तार करते हुए उस खंड में आम किसानों की जमीन को भी काम में जोड़ने का आग्रह किया।
15 अगस्त को पटना और 26 जनवरी को वैशाली में राष्ट्रध्वज फहराने का निर्णय
उन्होंने यह भी आग्रह किया कि इस आशय का अध्यादेश तुरंत लागू कर आने वाले आचार संहिता से बचा जाए। सीएम नीतीश से दूसरी मांग में उन्होंने वैशाली को जनतंत्र की जननी और प्रथम गणतंत्र कहते हुए आग्रह किया कि 15 अगस्त को मुख्यमंत्री पटना में और 26 जनवरी को वैशाली में राष्ट्रध्वज फहराने का निर्णय कर इतिहास की रचना करें।
उन्होंने इसके लिए साल 2000 के पहले झारखंड बंटवारे का जिक्र किया और कहा कि 26 जनवरी को पहले रांची में झंडोत्तोलन होता था।
अफगानिस्तान से भगवान बुद्ध के पवित्र भिक्षापात्र को वैशाली लाने की अपील
तीसरी मांग में रघुवंश प्रसाद सिंह ने भगवान बुद्ध के पवित्र भिक्षापात्र को अफगानिस्तान से वैशाली लाने की अपील की। उनका कहना है कि भगवान बुद्ध अंतिम वर्षावास में वैशाली छोड़ने के समय अपना भिक्षापात्र स्मारक के रूप में वैशाली वालों को दिया था।