कोरोना वायरस के चलते लम्बे वक्त से हुये लॉकडाउन के बीच देश के अलग-2 राज्यों से 21 ट्रेनों के माध्यम से 25052 लोगों को आज बिहार लाया जा रहा है। विदित हो कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पदाधिकारियों के साथ बैठक में कहा है कि बाहर से आ रहे लोगों की रैंडम कोरोना जांच से काम नहीं चलेगा। लोगों की अधिक से अधिक संख्या में जांच करायी जाएगी। इसके लिए पूरी तैयारी करने की जरुरत है। जांच की क्षमता बढ़ाकर ही कोरोना चेन को तोड़ना संभव है।
इन 21 ट्रेनों में से 4 महाराष्ट्र, 3 पंजाब, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, हरियाणा, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश से दो-दो तथा चंडीगढ़, गुजरात, राजस्थान व तेलंगना से एक-एक ट्रेन आएगी। ये ट्रेनें बरौनी, मोतिहारी, किशनगंज, कटिहार, मुजफ्फरपुर, अररिया, दानापुर, खगड़िया, भागलपुर, सहरसा, दरभंगा, छपरा, सीतामढ़ी, सुपौल और गया पहुंचेंगी।
संख्या के मुताबिक तैयारी का दिया आदेश- नीतीश कुमार
सीएम राज्य के बाहर से आ रहे लोगों की बड़ी संख्या को देखते हुए प्रखंड व पंचायत को यह आदेश दिया कि क्वारंटाइन सेंटरों की संख्या उसी अनुपात में बढ़ाएं। साथ ही नीतीश कुमार ने डीएम व एसपी को कार्य की मॉनिर्टरिंग करने का और क्वारंटाइन सेंटरों पर साबुन, सेनेटाइजर की उपलब्धता पर्याप्त संख्या में सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
सीएम नीतीश कुमार ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन के कार्यों को बढ़ाया जाए। साथ ही निर्धारित दिशा-निर्देश का पालन करते हुए निर्माण कार्य में भी तेजी लाएं। सभी जिलाधिकारी इसकी मॉनिटरिंग करें। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 महामारी के प्रभावी नियंत्रण, निगरानी, रोकथाम एवं लोगों को दी जा रही राहत के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सोमवार को विभागों के आलाधिकारियों और सभी डीएम-एसपी के साथ समीक्षा बैठक की।
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3 मई के बाद अब तक 148 नये संक्रमित पाए गये
विदित हो कि मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान निर्देश दिया है कि स्किल सर्वे के आधार पर रोजगार सृजन की कार्रवाई की जाय। साथ ही जरुरत के मुताबिक इनसे संबंधित निर्माण इकाईयों की स्थापना राज्य में ही करने के लिए समुचित कारवाई करें, और राज्य में संचालित इकाइयों की भी क्षमता बढ़ाकर श्रमिकों को उनके स्किल के अनुरूप रोजगार उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें। ताकि श्रमिकों को यहीं पर स्थायी रूप से रोजगार उपलब्ध कराया जा सके।
स्वास्थ्य के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बैठक में बताया कि 4 से 10 मई के बीच बिहार आनेवाले 148 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें गुजरात के 33, महाराष्ट्र के 36, दिल्ली के 41, तेलांगना के 10, हरियाणा के 3 सहित अन्य राज्यों के प्रवासी शामिल हैं। कोरोना पजिटिव लोगों का आइसोलेशन में इलाज किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि वर्तमान में राज्य के विभिन्न क्वारंटाइन सेंटरों में एक लाख 32 हजार 226 लोग आवासित हैं। वहां सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करायी गयी हैं। 172 आपदा राहत केंद्र चलाए जा रहे हैं। प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर पर तीन लाख 75 हजार जबकि पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर पर दो लाख 42 हजार लोगों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गयी है।
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