अब देखना यह है कि इस बार भी ‘मतदाता ‘ छलिया बनते हैं या ……..
फतुहा। बिहार में विधानसभा चुनाव 2020 की अधिसूचना जारी हो गई। इसे लेकर हर राजनीतिक दल अपने-अपने चुनावी शतरंज के विशाद पर रणनीति बनाने में जुट चुके हैं। राजनीतिक दल हर बार की तरह इस बार भी जीत सुनिश्चित करने के लिए जातीय समीकरणो को टटोलना अभी से शुरु कर चुके हैं। लेकिन इस जातीय समीकरणो के बीच फतुहा विधानसभा क्षेत्र के अंदर फतुहा को पूर्ण अनुमंडल का दर्जा देने का मुख्य मुद्दा बनना तय है।
पिछले सत्रह अठारह साल से सरकार के कैबिनेट मंजूरी के बाद भी अधर में लटका
कारण कि यह मुद्दा पिछले सत्रह अठारह साल से सरकार के कैबिनेट मंजूरी के बाद भी अधर में लटका है। विदित हो कि सत्रह-अठारह साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने फतुहा को अनुमंडल का दर्जा देने के लिए कैबिनेट की मंजूरी दी थी। लेकिन उनकी सरकार जाते ही इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। लेकिन वर्ष 2007 में नीतीश कुमार ने फतुहा को पुलिस अनुमंडल का दर्जा देते हुए इसे स्थापित भी कर दिया लेकिन उसके बाद से अब तक फतुहा को पूर्ण अनुमंडल का दर्जा प्राप्त नहीं हो सका।
इस बार मतदाताओं ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाने का संकल्प ले लिया
आज भी यह मुद्दा जातीय समीकरण के आगे गौण है लेकिन इस बार मतदाताओं ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाने का संकल्प ले लिया है। मतदाताओं की माने तो फतुहा को पूर्ण अनुमंडल का दर्जा नहीं मिलने के कारण अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा इस शहर का विकास अवरुद्ध है। इस संबंध में सोशल टीम के कार्यकर्ता अनिल राज ने बताया कि यदि फतुहा को पूर्ण अनुमंडल का दर्जा प्राप्त हो जाए तो फतुहा प्रखंड के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र का विकास स्वतः होने लगेगा। उनके अनुसार अनुमंडल स्तर का कई संसाधन स्वतः शहर के साथ जुट जाएंगे।
वहीं पूर्व नगर उपाध्यक्ष संजय गोप ने बताया कि अनुमंडल का दर्जा मिलने पर अनुमंडल स्तर का बहुत सारे कार्यालय मसलन अनुमंडल कोर्ट, अनुमंडलीय निबंधन कार्यालय, भूमि उप समाहर्ता का कार्यालय व अनुमंडल कार्यालय के साथ साथ जेल का भी स्थापना हो जाएगा। उनके अनुसार इन सुविधाओं के विस्तार होने से शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों की भी रुतबा बदल जाएगा और किसी भी कार्य के लिए फतुहावासियों को पटना सिटी का चक्कर नहीं लगाना पडे़गा। वहीं समाजसेवी मधु सिन्हा ने बताया कि अनुमंडल का दर्जा मिलने से स्वास्थ्य सेवा का भी विस्तार हो जाएगा। अनुमंडलीय अस्पताल की स्थापना हो जाएगी।
कैबिनेट मंजूरी के समय कही गई थी
इस बावत अनुमंडल सह प्रखंड के प्रसिद्ध और विद्वान शिक्षक संजय भूषण प्रसाद ने बताया कि रोजगार में वृध्दि होगी। कई तरह के कार्यालय खुलने पर हर तबके के लोगों को जरुरत के अनुसार रोजगार भी मिल जाएगी। बताते चलें कि फतुहा, दनियांवा व खुसरुपुर प्रखंड को मिलाकर फतुहा को पूर्ण अनुमंडल का दर्जा देने की बात कैबिनेट मंजूरी के समय कही गई थी। इस बावत शिक्षक संजय भूषण प्रसाद ने कहा कि आगे देखना है कि यह मुद्दा फतुहा के चुनाव में कितनी कारगर होती है जो आनेवाला समय के बाद ही जानकारी मिल पायेगी।
जालसाजों ने खाताधारक के खाते से उड़ाये नौ हजार रुपये
फतुहा। प्रखंड अंतर्गत थाना क्षेत्र स्थित अब्दुलापुर निवासी से गुरुवार को जालसाजों द्वारा एटीएम का प्रयोग करते हुए नौ हजार रुपये निकालने का मामला प्रकाश में आया। इस बावत जब पीड़ित खाताधारक को जानकारी हुई तो वह सम्बंधित बैंक पहुंचा। इसके बाद वह थाने में अज्ञात जालसाज के विरुद्ध शिकायत दर्ज करायी। घटित घटना के संबंध में पीड़ित खाताधारक अब्दुलापुर निवासी संतोष कुमार ने बताया कि एटीएम उसके पास ही हैं लेकिन जालसाजों ने पीएनबी के एटीएम से पैसे निकाल लिए। थाने में दर्ज शिकायत के आलोक में पुलिस मामले की छानबीन करने में जुट चुकी है।