Home बिहार पटना जगदेव प्रसाद के शहादत दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन

जगदेव प्रसाद के शहादत दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन

0

बिहार में नीतीश की सुशासनी सरकार में चारो ओर लूट-अपराध और अन्य तरह के अनैतिक कार्यों का है बोलबाला : यशवंत सिन्हा
कुर्था (अरवल)। नीतीश कुमार के विगत 15 वर्षों के शासन काल में व्यापक भ्रष्टाचार कुशासन और लूट के कारण देश का सबसे गरीब बीमार एवं बेरोजगार राज्य बन गया बिहार। उक्त बात शनिवार को प्रखंड मुख्यालय में अमर शहीद जगदेव प्रसाद के शहादत दिवस के मौके पर आयोजित नीतीश हटाओ बिहार बचाओ अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत सरकार के पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कही।

इस बीच कोई भी नया उद्योग स्थापित नहीं किया गया

साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले 15 वर्षों में बिहार सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रांत में जूट मिल पेपर मिल चीनी मिल बरौनी फर्टिलाइजर सहित तमाम उद्योग पूरी तरह बंद है। इस बीच कोई भी नया उद्योग स्थापित नहीं किया गया। बाढ़-सुखाड़ और नदियों के तटबंध की मरम्मत सरकारी उपेक्षा एवं लापरवाही का शिकार है।

फसलों के लाभकारी मूल्य नहीं मिलने तथा सरकार द्वारा क्रय केंद्रों के अभाव में किसानों की ऐसी कमर टूटी कि रोजगार के लिए नौजवानों का पलायन ही एकमात्र जीने का सहारा बच गया। वहीं दूसरी ओर कोरोना काल में प्राण रक्षा हेतु वापसी के दौरान हजारों मील दूर पैदल चलकर वापस आनेवाले कामगारों की दुर्दशा एवं उन पर राज्य सरकार के क्रूर व्यवहार ने सरकार की झूठी घोषणाओं की पोल खोलकर रख दी।

अब बिहार से पुनः पलायन के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं है

अब बिहार से पुनः पलायन के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं है। लॉकडाउन के समय लाखों मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटर में जानवरों की तरह रखकर उन्हें रुखा सूखा खिलाकर उनके नाम पर करोड़ों अरबों रुपए का घोटाला सरकार तथा प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से किया गया। जबकि 5300 रुपए प्रति व्यक्ति का खर्च दिखाया गया। इस लूट को अधिकारियों एवं सत्ता पक्ष के नेताओं ने मिलकर अंजाम दिया।

बिहार में अल्पसंख्यक आज बद से बदतर स्थिति में जीने को मजबूर हैं

जिसकी चर्चा पूरे प्रदेश में है। बिहार में अल्पसंख्यक आज बद से बदतर स्थिति में जीने को मजबूर हैं न उन्हें नौकरी मिली और नहीं बैंक से लोन। बिहार अल्पसंख्यक आयोग से जो लोन देने की घोषणा होती है उनमें एक लाख का लोन लेने पर भी दो सरकारी नौकरी पेशा का गारंटर मांगा जाता है जबकि बिहार में सरकारी नौकरी में आम मुसलमान 1% से भी कम है। इस कारण अधिकांश को लोन नहीं मिल पाता घोषणा सिर्फ घोषणा ही रह जाता है।

वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने कहा कि नीतीश सरकार में बिहार की हालात बदतर हो गई है ऐसे में बिहार की जनता को नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकने की जरूरत है। इस मौके पर जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार, पूर्व सांसद रंजन यादव,योगेंद्र यादव, पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि का पुत्र सौरभ कुमार समेत कई पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व राज्य के मंत्री के अलावे कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

NO COMMENTS

Exit mobile version