जहां, एक तरफ कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन किया जा चुका है। लोग अपने को घरों में कैद कर चुके हैं। आमजनों में कोरोना वायरस का खौफ आसानी से देखने को मिल रहा है वहीं, लॉकडाउन के दौरान देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज की तब्लीगी जमात में काफी संख्या में लोग शामिल हुए थे और जब इस बात का पता चला तो इसकी पड़ताल की गयी। अब जाकर हुयी इस पड़ताल में पता चला है कि इस जमात में शामिल हुये कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
विदित हो कि दिल्ली मे हुयी इस जमात में बिहार के भी कुल 86 लोग शामिल हुए थे। अब इन सबको पुलिस तलाश रही है, औैर इनके बारे में पूरी जानकारी ली जा रही है। ये सभी लोग मरकज में शामिल हुए थे और वहां से बिहार के अलग-अलग जगहों पर गए थे। अब तक मिली जानकारी के अनुसार मरकज में शामिल होने के बाद ये लोग मुम्बई, दिल्ली और फिर पटना आये थे। पटना में ये लोग पीरबहोर में स्थित मस्जिद में ठहरे थे। वहीं 10 लोग अररिया में पहुँचे थे। ये सभी मलेशिया से आए हैं। इनमें से एक की मौत गुरुवार को हो गई थी। लेकिन जिलाधिकारी, अररिया ने इसे ने नेचुरल डेथ बताया था। इस खबर को लिखे जाने तक नौ लोग अब भी जामा मस्जिद में मौजूद हैं।
बिहार के कुल 86 लोग जमात में शामिल
बता दें कि बांका मे 27 लोग विदेश से आए है। जिसकी जांच की जा रही है। 10 की जांच के बाद जांच किट खत्म होने के कारण बाकी बचे लोगों की जांच नही हो पाई है। सभी का डाटाबेस बनाया गया है। वहीं किशनगंज में 13 लोग पहुंचे। जिसमें 10 इंडोनेशिया, एक मलेशिया के और दो भारतीय हैं। 22 मार्च को अवध असम एक्सप्रेस से किशनगंज पहुंचे ये सभी लोग 1 मार्च को तब्लीगी जमात(निजामुद्दीन) में शरीक हुए थे। जहां से 21 मार्च को 13 लोग किशनगंज रवाना हुए। शहर के खानकाह मस्जिद में सबको क्वारंटाइन किया गया है। मेडिकल टीम प्रतिदिन फॉलोअप कर रही है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार ये सभी फिलहाल स्वस्थ हैं।
एक जमात में आठ से दस लोग होते हैं शामिल
गौरतलब है कि तबलीगी जमात के मरकज से ही अलग-अलग हिस्सों के लिए तमाम जमातें निकलती है। इनमें कम से कम तीन दिन, पांच दिन, दस दिन, 40 दिन और चार महीने तक की जमातें निकाली जाती हैं। तब्लीगी जमात के एक जमात में आठ से दस लोग शामिल होते हैं। इनमें दो लोग सेवा के लिए होते हैं जो कि खाना बनाते हैं।
जमात में शामिल लोग सुबह-शाम शहर में निकलते हैं और लोगों से नजदीकी मस्जिद में पहुंचने के लिए कहते हैं। सुबह 10 बजे ये हदीस पढ़ते हैं और नमाज पढ़ते हैं। लोगों का इस्लाम पर विश्वास बढ़े, इस पर इनका ज्यादा जोर होता है, ऐसी बातों का प्रचार करते हैं। इस तरह से ये अलग इलाकों में इस्लाम का प्रचार करते हैं। यहां हम आपको बताना चाहेंगे कि बिहार की राजधानी पटना के पीरबहोर में तबलीगी जमात का मुख्यालय है।