बिहार में कल रात से अचानक कोरोना वायरस संदिग्धों की संख्या में गजब का इजाफा हुआ है। पिछले डेढ़ महीने में पहली बार सर्वाधिक कोरोना संदिग्ध सर्विलांस पर लिए गए हैं। अभी तक जी जानकारी के अनुसार पिछले कुछ घंटे में 469 लोग ऑब्जर्वेशन में लिए गए हैं। शनिवार रात तक ऐसे संदिग्धों की संख्या 1907 थी। जो अभी बढ़ कर 2376 हो गई है।
रविवार को एक और संक्रमण की पुष्टि
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के एक अन्य मामले की रविवार को पुष्टि होने के बाद प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 11 हो गयी। इसमें मुंगेर निवासी वह मरीज भी शामिल है, जिसकी 21 मार्च को मौत हो गई थी। बिहार स्वास्थ्य सोसायटी की राज्य निगरानी अधिकारी डॉ रागिनी मिश्र ने रविवार को बताया कि मुंगेर निवासी मृतक के संपर्क में आई उसकी एक अन्य 30 वर्षीय महिला रिश्तेदार भी संक्रमित पाई गई है।
लखीसराय जिला निवासी इस महिला का इलाज पटना के नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल में जारी है। कतर से लौटे संक्रमित मुंगेर निवासी को इलाज के लिए पहले पटना के बाईपास स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। बाद में उसे पटना एम्स में भर्ती कराया गया, जहां 21 मार्च को उसकी मौत हो गई थी। पटना जिला प्रशासन ने इस निजी अस्पताल को सील करने के साथ वहां के सभी डॉक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों को पृथक रहने का आदेश दिया था। इससे पहले मृतक के संपर्क में आये निजी अस्पताल के वार्ड ब्वॉय सहित दो कर्मचारी और एक अन्य महिला संक्रमित पाए गए थे।
भागलपुर में दो संदिग्ध की मौत
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के बीच भागलपुर के मायागंज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में सारण के एक व्यक्ति की मौत शानिवार की रात को हो गईं। वह कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज था और 25 मार्च को इमरजेंसी में उसका इलाज किया जा रहा था। 27 मार्च को उसका सैम्पल पटना भेजा गया। लेकिन,अभी तक जांच रिपोर्ट नही मिली है।