विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में चीन में फैले कोरोना वायरस (Corona virus) को अंतरराष्ट्रीय आपात स्थिति घोषित कर दिया है। डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस दुनिया के लिए एक बहुत बड़ी खतरा है।
केरल सरकार ने हाल ही में केरल में तीसरे छात्र के घातक कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि के बाद इस बीमारी को “राज्य आपदा” घोषित कर दिया है। भारत में कोरोना वायरस का तीसरे मामला भी केरल से सामने आया है। इससे पहले दोनों मामले भी केरल के ही थे। केरल राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा के अनुसार, सरकार ने कोरोना वायरस को ‘राज्य आपदा’ घोषित कर दिया है ताकि इस महामारी को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने हेतु सभी ज़रूरी कदम उठाएं जाएं।
फ़िलीपींस में पहली मौत
कोरोना वायरस (Corona virus) की वजह से चीन के बाहर किसी मरीज़ की मौत का पहला मामला सामने आया है। यह मौत फ़िलीपींस में हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, यह व्यक्ति फ़िलीपींस आने से पहले ही कोरोना वायरस की चपेट में आ चुका था। कोरोना से चीन में अबतक 361 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 17 हजार से ज्यादा केस की पुष्टि हो चुकी है।
डब्लूएचओ ने 30 जनवरी 2020 को चीन में फैले वायरस (Corona virus) को अंतरराष्ट्रीय आपात स्थिति घोषित कर दिया है। डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा कि वायरस दुनिया के लिए एक बहुत बड़ी खतरा है। डब्ल्यूएचओ का बयान इस बात पर प्रकाश डालता है कि लोगों को अभी चीन नहीं जाना चाहिए।
आपात स्थिति घोषित होने के बाद इस बीमारी से निपटने के मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देशों की बीच आपसी सहयोग में सुधार होगा। डब्लूएचओ ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी चिंता यह है कि यह वायरस कमजोर स्वास्थ्य व्यवस्था वाले देशों में फैल सकता है।
केरल में मिला कोरोना वायरस का तीसरा मरीज
हाल ही में वायरस ने केरल में पहले मामले के साथ भारत में दस्तक दी थी लेकिन अब राज्य में इसके तीसरे मामले की पुष्टि हुई है। पीड़ित शख्स हाल ही में चीन के वुहान से लौटा है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि दो साल पहले फैले निपाह वायरस की तरह हम इस वायरस से भी निपट लेंगे। साल 2018 में निपाह से राज्य में 17 लोगों की जान गई थी। मरीज की स्थिति फिलहाल स्थिर है तथा उसकी कड़ी निगरानी की जा रही है। देश के लगभग 21 हवाई अड्डों पर चीन और हॉन्गकॉन्ग से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है।
कोरोना वायरस संक्रमण के मामले
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक चीन के अतिरिक्त पूरी दुनिया के करीब-करीब 18 देशों से कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। लगभग 82 संक्रमण के मामले ऐसे यात्रियों में पाए गए हैं जो हाल ही में चीन की यात्रा करके वापस लौटे हैं। डब्लूएचओ ने कहा कि हमारे लिए इस वायरस के संक्रमण को रोकना प्रमुख लक्ष्य है।
रिपोर्ट के मुताबिक थाईलैंड में 14, जापान में 11, सिंगापुर में 10, दक्षिण कोरिया में चार, ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया में सात-सात, अमेरिका और फ्रांस में पांच-पांच , जर्मनी और संयुक्त अरब अमीरात में चार-चार और कनाडा में कोरोना वायरस के तीन मामलों की पुष्टि हुई है। इसके अतिरिक्त वियतनाम में दो, कंबोडिया, फिलिपींस, नेपाल, श्रीलंका, भारत और फिनलैंड में एक-एक कोरोना वायरस के मामलों की पुष्टि हुई है।
ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी क्या है?
ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी (वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल) को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी भी कहा जाता है। डब्लूएचओ किसी बीमारी को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी तभी घोषित करती है, जब उस बीमारी के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैलने का खतरा महसूस होने लगता है। ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी के हालात में विश्वभर के देशों को उस बीमारी से बचाव तथा उसे फैलने से रोकने के उपाय करने होते हैं।