देश-दुनिया में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बिहार सरकार ने भी कुछ सख्त कदम लिए हैं. कोरोना वायरस को लेकर सरकार के साथ-2 प्रशासन भी काफी सजगता के साथ फूंक-फूंक कर रख रहा है. आम लोगों को ध्यान मे रखते हुए नेपाल से आने वाले सभी लोगों की की जा रही है. जाँच की पूरी प्रक्रिया पर भिठ्ठामोर बॉर्डर इलाकों में तैनात मेडिकल टीम की पैनी नजर बनी हुयी है.
विदित हो कि कोरोना वायरस के पीड़ितों की बढ़ती संख्या को देखकर नेपाल से आने वाले बसों में भी चौकसी बरती जा रही है. लोगों के जाँच के साथ-साथ उन्हें जागरूक करने का भी किया जा रहा है. इससे पहले भारत सरकार के आदेश पर दूसरे देशों से आने वाले सभी भारतीय नागरिकों के जांच का सिलसिला पहले से ही शुरु है.
क्या शहर क्या गांव, हर जगह कोरोना का है खौफ
बता दें कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार ने सीमा पर हेल्थ चौकियां बनाई है. सीमा पार से भारत में प्रवेश करने वाले लोगों की स्वास्थ स्क्रीनिंग की जा रही है. साथ ही स्थानीय लोगों को जागरूक करने के लिए कई संदेश भी लिखे गए हैं. इसके अलावा लोगों को इससे बचने के उपाय भी बताए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्रियो ने किया नोवल कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा, लिए ये फैसले
गौरतलब है कि बिहार सरकार ने कोरोना वायरस को देखते हुए सीमावर्ती जयनगर बाजार में नोबल कोरोना वाइरस का खौफ बहुत अधिक है. गत रविवार को दस प्रतिशत आदमी मास्क, रूमाल, गमछा से व ग्रामीण महिलाएं साड़ी के पल्लू से मुंह और नाक ढककर चलती दिखीं. सामान्य दिनों की तरह बाजार में लोगों की आवाजाही नहीं दिखी और ना ही पहले की तरह बाजार की रौनक दिखी. यहां तक की शहर के मेन रोड पर भी सन्नाटा पसरा दिखा. यह वही सड़क है जहां एक हफ्ता पहले तक सुबह नौ बजे से ही बाजार गुलजार रहता था. इस सब के बावजूद पटना गद्दी चौक पर नेपाल के कठाल से आये वीरेन्द्र कुमार ने सरकारी इंतजामात पर नाराजगी जतायी.
रिपोर्टर: संजीव कुमार सिंह
न्यूज एडिटेड BY: सुप्रिया भारती