वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में शनिवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने समाजवादी पार्टी की महिला नेताओं से मिलकर उनके विरोध को शांति में तब्दील कर दिया। खुद सपा महिला नेताओं ने स्मृति ईरानी से मिलकर खुशी जाहिर की।
हाथरस की घटना को लेकर कर रही थी विरोध
दरअसल सपा महिला नेताओं की कुछ महिला नेता स्मृति ईरानी का विरोध करने पहुंची थी। स्मृति ईरानी वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर आई हैं। सर्किट हाउस में उन्होंने प्रेसवार्ता का आयोजन किया था। इस दौरान मुख्य द्वार पर सपा महिला नेता पहुंचकर नारेबाजी करने लगी। महिला नेता हाथों में चूड़ियां लेकर हाथरस की घटना को लेकर स्मृति ईरानी का विरोध कर रही थी और स्मृति ईरानी से मिलने की मांग कर रही थी।
मुख्य द्वार पर खुद पहुंची स्मृति ईरानी
विरोध की आवाज केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी तक पहुंची तो उन्होंने पहले स्थानीय नेताओं को बात करने के लिए भेजा लेकिन जब विरोध शांत नहीं हुआ तो वो खुद मुख्य द्वार पर पहुंच कर उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की और महिलाओं की तरफ बढ़ चली।
खास बात ये रही कि जब स्मृति ईरानी ने महिलाओं को पुलिस के घेरे से खुद निकालकर मुख्य द्वार से सर्किट हाउस के हॉल तक ले गईं। इस दौरान बाकायदा स्मृति ईरानी ने पुलिस कर्मचारियों और भाजपा के पुरुष नेताओं को ये कहा कि कोई भी इनके पास नहीं आएगा, उन्हें हमारे पास आने दीजिए।
सपा नेता बोली- सास-बहू के सीरियल की याद आ गई
सपा महिला नेताओं ने जब स्मृति ईरानी का ये रूप देखा कि तो कुछ देर के लिए शांत हो गईं और स्मृति ईरानी ने मिलने हॉल तक पहुंची। लगभग आधे घंटे तक हॉल में महिलाओं के साथ स्मृति ईरानी ने बात की, जिसके बाद सपा नेता बाहर आईं। बाहर निकलकर सपा महिला नेताओं ने कहा कि हमें सास-बहू के सीरियल की याद आ गई। स्मृति ईरानी ने उन्हें आश्वासन दिया कि महिलाएं मिलकर ये लड़ाई लड़ेंगी।