कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि मैंने लगातार सदन से लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से गांधी सेतु की मेंटेनेंस में 1000 करोड़ रुपए का घोटाले का आरोप लगाया था. मैनें जो आरोप लगाया था, वो अब महज आरोप नहीं रह गए हैं. उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा लगाए गए आरोप अब आरोप इसलिए नहीं रह गए हैं क्योंकि वो अब सही सही साबित हुआ है.
विदित हो कि प्रेमचंद्र मिश्रा मिश्रा ने गांधी सेतु मेंटेनेंस को लेकर घोटाले के जो आरोप लगाए थे, दरअसल उस आरोप की पुष्टि भारत के महालेखाकार ने कर दी है. अपनी बात के सच होने की पुष्टी होते ही कांग्रेस एमएलसी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार बिहार सरकार में मंत्री नंदकिशोर यादव को बर्खास्त करें. साथ उन तमाम लोगों को बर्खास्त किया जाए जो गांधी सेतु के नए रूप से निर्माण में कार्य कर रहे हैं.
गांधी सेतु निर्माण में हो रहा घटिया स्टील का उपयोग
प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि मैंने पिछले साल और इस साल सदन में हो रहे गांधी सेतु के मेंटेनेंस के नाम पर हो रहे गड़बड़ी को लेकर पहले ही कहा था कि घटिया स्टील का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन इस बात को मंत्री नंद किशोर यादव झूठा करार देते रहे थे. अब जबकि सीएजी रिपोर्ट से आज मेरे लगाए गए आरोप सही साबित हुए है. अब इस बात का जवाब नंदकिशोर को देना होगा. जो एग्रीमेंट हुआ था उसका उल्लंघन हो रहा है. यह सब जानते हुए भी घटिया सामानों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
घोटालेबाजों को मिली सरकार की सह, जबकि विरोध करने वाले अधिकारियों को हटाया गया
मिश्रा ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि जो पहले अधिकारी इस काम में लगे थे और घटिया मेंटेनेंस का विरोध कर रहे थे. उन तीन अधिकारियों को हटा दिया गया. मैंने सदन में उठाया तो सदन में लोग इसको मजाक उड़ाकर निकल गए. सरकार जान बूझकर लोगों के जान खतरे में डाल रही है. जो खराब हिस्से को तीन महीने में गिराना था उसको एक बार में ही गिरा दिया गया. यह पहले ही तय था कि क्षतिग्रस्त हिस्से को गंगा नदी में नहीं गिराना है. इसको लेकर 300 करोड़ का घोटाला किया गया.
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