पटना। आप भले ही हिंदी साहित्य या हिंदी के लेखकों और कवियों से परिचित हो न हो पर 15 वीं सदी के मशहूर कवि संत कबीर का लिखा,‘गुरु’ को समर्पित एक दोहा आप सभी ने ज़रूर पढ़ा या सुना होगा। गुरु गोविंद दोउ खङे, काके लागूं पांय। बलिहारी गुरु आप ने ,गोविंद दियो बताय। अर्थात्- यदि कभी ऐसा हो जाए कि गुरु और भगवान, दोनों एक साथ
मिल जाएं तो पहले गुरु को प्रणाम करो।
भगवान, दोनों एक साथ मिल जाएं तो पहले गुरु को प्रणाम करो :अंकिता अग्रवाल
कारण यह कि गुरु ने ही बताया कि ये ईश्वर हैं। यह दोहा जितना सरल है, अर्थ उतना ही कठिन है। बात किसी भी सदी की करें ये गुरु ही हैं जो हमें पढना-लिखना सिखाते हैं,हमें आचरण सिखाते हैं। उक्त बात IWC Club Patna Saumya की प्रेसीडेंट चेतना सिन्हा के साथ सेकरेटेरी अंकिता अग्रवाल ने कही।
शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर सम्मानित करने का अवसर प्राप्त हुआ
इस मौके पर उन्होंने मौके पर उपस्थित लोगों के बीच कहा कि यह संस्थान इस कथन को पूर्णरूपेण रूप से विश्वास रखता है। जिसके फलस्वरूप शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर नीतू जी (शिक्षिका), ऋतु जी (शिक्षिका), श्वेता साहा (आर्ट टीचर), चुमकी दास( ज़ुम्बा कोच), विनीता सिंह (योगा टीचर), डॉ हिना रानी (प्रोफेसर ) को सम्मानित करने का अवसर प्राप्त हुआ। सभी शिक्षिका सम्मान पाकर काफी खुश दिख रही थी।
इस अवसर पर उन्होंने Club द्वारा गए इस कार्य की भूरी-भूरी सराहना की। उपरोक्त कार्य में Club प्रेसीडेंट चेतना सिन्हा के साथ सेकरेटेरी अंकिता अग्रवाल, आईएसओ श्वेता साहा और एडिटर अभिता अग्रवाल की पूर्ण तौर पर सहभागिता रही।