कैसा यह सुशासन, जज साहब को धमकी और 10 लाख रंगदारी की मांग

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मुजफ्फरपुर शहर के एक जज को पत्र भेजकर 10 लाख की रंगदारी मांगी गई। धमकी भरा पत्र मिलने के बाद जज साहब ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। थानाध्यक्ष ओमप्रकाश ने जांच का जिम्मा दारोगा रवि कुमार गुप्ता को सौंपा है। पत्र के लिफाफे पर सादपुरा नीम चौक के एके प्रसाद का नाम भेजने वाले की तरफ से लिखा गया है। प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। धमकी भरे पत्र को भी पुलिस को उपलब्ध कराया गया है। इस पर एक मोबाइल नंबर दिया गया है। इसकी जांच के लिए सर्विलांस सेल की टीम को लगाया गया है।

अब पैसा देने की बारी तुम्हारी

पत्र में कहा गया कि बहुत पैसा कमा चुके हो। अब पैसा देने की बारी तुम्हारी है। दस लाख रुपये सिर्फ दो हजार का नोट सदर अस्पताल के गेट पर लेकर पहुंच जाना। अभी अनिल भाई और पवन भाई जेल में हैं। एक मोबाइल नंबर भी पत्र में लिखा गया है और कहा कि सदर अस्पताल गेट पर पैसा लेकर पहुंचने के बाद एक मिस्ड कॉल इस नंबर पर दे देना। बात करने की कोशिश की तो अंजाम बहुत खराब होगा। तुम्हारे कोर्ट में घुसकर सात की सात गोली सीने में उतार देंगे। थोड़ा लिखना और ज्यादा समझना, मोबाइल पर कोई बातचीत नहीं हो। इसका ध्यान रखना। एसएसपी जयंत कांत ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पत्र में दिया गया मोबाइल नंबर फर्जी पाया गया है।

पत्र मिलने के बाद एडीजे छुट्‌टी पर

9 जनवरी काे पत्र में दिए गए माेबाइल नंबर के धारक, अनिल, पवन और एके प्रसाद काे आराेपी बनाया गया है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि फर्जी नाम-पते पर नंबर लिए गए। 9 जनवरी काे पत्र मिलने के बाद एडीजे ने जिला जज काे इसकी जानकारी दी और छुट्‌टी पर चले गए। इसके बाद केस दर्ज हुआ। मुजफ्फरपुर के एसएसपी जयंत कांत ने बताया कि जांच चल रही है सर्विलांस सेल मोबाइल नंबर पर नजर रख रही है।

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